भाग-3 Right To Recall
भाग – 3 : राईट टू रिकॉल मूवमेंट के नये कार्यकर्ताओ के लिए
.
इस पोस्ट में नए कार्यकर्ताओ द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर करने वाले प्राथमिक विवरण दिए गए है। यह इस श्रुंखला का तीसरा पोस्ट है। पहला पोस्ट यहाँ पढ़ें - https://www.facebook.com/pawan.jury/posts/3210944292357118
.
(01) राईट टू रिकॉल आन्दोलन के बारे में सभी जानकारियाँ मुझे कहाँ से मिल सकती है ?
.
यह आन्दोलन विकेन्द्रित तरीके से काम करता है। अत: ऐसा कोई केन्द्रीय स्त्रोत नहीं है, जहाँ से आपको सभी जानकारियां मिल सके। यह जानकारी आपको कई तरह के स्त्रोतों से जुटानी होगी। ये स्त्रोत निम्नलिखित है :
.
(a) राईट टू रिकॉल पार्टी का मेनिफेस्टो
(b) राईट टू रिकॉल कार्यकर्ताओ की फेसबुक प्रोफाइल पर रखे गए पोस्ट
(c) राईट टू रिकॉल का यू ट्यूब चेनल
(d) विभिन्न कार्यकर्ताओ द्वारा बनाए गए वीडियो
(e) राईट टू रिकॉल कार्यकर्ताओ द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया मंचो जैसे कोरा आदि एवं अन्य वेबसाइट्स पर रखे गए पोस्ट
(f) अन्य स्त्रोत जिनकी हमें खुद भी जानकारी नहीं है
.
ये सब मिलाकर हजारो पृष्ठों की सामग्री है। और ये सभी सामग्री इतनी फैली एवं बिखरी हुयी है कि, हम खुद भी अब इन्हें पूरी तरह ढूंढ कर इकट्ठी नहीं कर सकते। अत: जैसे जैसे इस आन्दोलन में आपकी भागीदारी बढ़ेगी, वैसे वैसे यह जानकारियां आपके सामने आती जायेगी।
.
(02) राईट टू रिकॉल आन्दोलन का मुख्य फेसबुक ग्रुप कौनसा है ?
.
यह आन्दोलन विकेन्द्रित तरीके से काम करता है। अत: ऐसा कोई मुख्य केन्द्रीय ग्रुप नहीं है। और आगे भी ऐसे किसी केन्द्रीय ग्रुप के होने की संभावना बेहद कम है। किन्तु कोई भी कार्यकर्ता चाहे तो कुछ भी नाम से फेसबुक ग्रुप बना सकता है, और इसे बड़ा कर सकता है।
.
(03) राईट टू रिकॉल पार्टी की वेबसाईट कौनसी है ?
.
यह आन्दोलन विकेन्द्रित तरीके से काम करता है। अत: पार्टी की कोई केन्द्रीय वेबसाईट नहीं है। और निकट भविष्य में होने की सम्भावना भी नहीं है। किन्तु कोई भी कार्यकर्ता चाहे तो पार्टी की वेबसाईट शुरू कर सकता है। उदाहरण के लिए अभी किसी कार्यकर्ता ने Rtr. Party नाम से वेबसाईट शुरू की है। इसी तरीके से कोई भी कार्यकर्ता वेबसाईट खोल सकता है, और अपने हिसाब से इसे चला सकता है।
.
(04) राईट टू रिकॉल पार्टी का मुख्य फेसबुक पेज कौनसा है ?
.
यह आन्दोलन विकेन्द्रित तरीके से काम करता है। अत: पार्टी का कोई केन्द्रीय फेसबुक पेज नहीं है। आगे यदि होगा भी तो आन्दोलन उस पर कभी निर्भर नहीं करेगा। किन्तु कोई भी कार्यकर्ता चाहे तो किसी भी नाम से कोई फेसबुक पेज शुरू कर सकता है। उदाहरण के लिए अभी किसी कार्यकर्ता ने Jury Court नाम से फेसबुक पेज शुरू किया है । बस ऐसे ही आप भी शुरू कर सकते है।
.
(05) राईट टू रिकॉल आन्दोलन में कुल कितने कार्यकर्ता काम कर रहे है ?
.
इसका हमारे पास कोई सेंट्रल डेटा नहीं है। हमारे पास सिर्फ चुनाव लड़ने वाले कार्यकर्ताओ का डेटा है। हमें खुद नहीं पता है कि इस आन्दोलन में कहाँ कहाँ पर कौन जुड़ा हुआ है, और क्या / कैसे काम कर रहा है। इस आन्दोलन में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है जो सभी कार्यकर्ताओ को जानता हो। नए नए कार्यकर्ता इसमें जुड़ते रहते है, और कुछ समय सक्रीय रहकर कुछ समय के लिए निष्क्रिय हो जाते है । और फिर कुछ समय बाद फिर से सक्रीय हो जाते है। इस तरह आने-जाने सक्रीय-निष्क्रिय का रोटेशन चलते रहता है।
.
(06) मेरे शहर में कोई कार्यकर्ता है या नहीं, इसके बारे में मुझे कैसे जानकारी होगी ?
.
यदि किसी कार्यकर्ता ने आपके क्षेत्र से चुनाव लड़ा है तो किसी भी कार्यकर्ता को पूछने से पता लग जाएगा। यदि चुनाव नहीं लड़ा है किन्तु अमुक कार्यकर्ता पीएम को चिट्ठी भेजता है, तब आपको अमुक कार्यकर्ता 5 तारीख को 5 बजे शहर के हेड पोस्ट ऑफिस पर मिल जाएगा। यदि आपके क्षेत्र से कोई कार्यकर्ता चुनाव भी नहीं लड़ा है और 5 तारीख को चिट्ठी भी नहीं भेज रहा है, तो समझ लीजिये कि वहां पर कोई सक्रीय कार्यकर्ता नहीं है।
.
(07) आप लोगो के बहुधा लेख काफी लम्बे है ? छोटे में लिखना चाहिए !!
.
आप छोटे छोटे लिख सकते है। जिसे लम्बे आर्टिकल लिखने की आदत है, वह लम्बा ही लिखेगा। आप लम्बे आर्टिकल्स को छोटे छोटे छोटे हिस्सों में विभाजित करके छोटे पोस्ट करें। इस समस्या का समाधान आप स्वयं कर सकते है।
.
(08) राईट टू रिकॉल के पर्याप्त वीडियो क्यों उपलब्ध नहीं है ?
.
आप वीडियो बना सकते है। किसी अन्य कार्यकर्ता को कहने से अच्छा है, कि आप खुद ही वीडियो बनाकर पोस्ट करने लगे।
.
(09) यदि मैं कुछ एक्टिविटी करूँ और कोई रिकालिस्ट दखल करे तो मुझे क्या करना चाहिए ?
.
यदि आप कोई भी एक्टिविटी करते है और कोई भी कार्यकर्ता / अध्यक्ष आपको कोई सुझाव देता है तो आपके पास 2 विकल्प है। यदि आपको अमुक सुझाव आंशिक / पूर्ण ठीक लगे तो उसे मान सकते है, या नहीं भी मान सकते है। अंतिम फैसला आपको ही करना होगा। यदि कोई कार्यकर्ता ज्यादा दखलंदाजी कर रहा है, तो आप उसे बोल सकते है, वह दखल न करें। या आप उसे फेसबुक पर ब्लॉक कर सकते है।
.
इस आन्दोलन में यह अधिकार किसी को भी नहीं है कि, वह किसी अन्य कार्यकर्ता के काम में जाया दखल करें.
.
--------------
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for feedback.